Success Story – दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम बात करेंगे एक ऐसी शख्स के बारे में जिसे समाज ने कभी स्वीकार नहीं किया, लेकिन आज वही समाज उसे सलाम ठोक रहा है. आज हम भले 21वीं सदी में पहुंच चुके हैं और लोगों की सोच में बदलाव भी आ रहा है, लेकिन यह भी सच है कि LGBTQIA+ समुदाय को आज भी भारत में पूरी तरह से अपनाया नहीं गया है. यहीं कारण है कि आज भी इस समुदाय के लोगों को उपेक्षा की नज़रों से देखा जाता है.
तमिलनाडु की रहने वाली एक ट्रांसवुमन (Transwoman) एस. शिवन्या (S. shivanya) का जीवन भी अब तक कुछ ऐसा ही बिता है. शिवन्या को अक्सर समाज और समाज के ठेकेदारों से ताने सुनने पड़ते थे, लेकिन एस. शिवन्या ने कभी उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया और अपनी पढ़ाई जारी रखी. बता दे कि एस. शिवन्या तिरुवन्नामलाई ज़िले से पुलिस सर्विस जॉइन करने वाली पहली ट्रांसजेंडर हैं. तो चलिए आज इस आर्टिकल में हम बात जानेंगे एस. शिवन्या की सफलता की कहानी (success story of s shivanya).
Success Story – सरकारी स्कूल में पढ़ी किसान पिता की पांच बेटियां बनी RAS ऑफिसर
दोस्तों ट्रांसवुमन एस. शिवन्या तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई जिले की रहने वाली है. ट्रांसवुमन होने के कारण एस. शिवन्या को समाज के लोगों से काफी भला-बुरा सुनना पड़ा. लेकिन उन्होंने इस बात की परवाह नहीं की. एस. शिवन्या पुलिस सेवा में जाना चाहती थी.
कॉमर्स में ग्रैजुएशन कर चुकी एस. शिवन्या ने पुलिस सेवा में जाने के लिए प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करना शुरू की. समाज की परवाह किए बिना एस. शिवन्या ने पूरी लगन से अपनी कोशिश जारी रखी. एस. शिवन्या पहले ‘Para Legal Volunteer’ डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में काम करती थी, लेकिन प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए उन्होंने वह नौकरी भी छोड़ दी और कोचिंग सेंटर पर जाना शुरू कर दिया.
आख़िरकार एस. शिवन्या की मेहनत रंग लाई और उनका पुलिस सेवा में सब इंस्पेक्टर पद पर चयन हो गया. हालांकि यहां भी समय ने एस. शिवन्या की परीक्षा ली. दरअसल साल 2020 में भारत में आई कोरोना वायरस महामारी के कारण एस. शिवन्या की नियुक्ति लटक गई. लेकिन इस मुश्किल वक़्त में भी एस. शिवन्या ने धीरज नहीं खोया. उन्हें पूरी उम्मीद थी कि उनकी नियुक्ति जल्द ही होगी.
Taj Hotel History – अंग्रेजों ने होटल में घुसने नहीं दिया तो जमशेदजी टाटा ने बना दिया ताज होटल
आख़िरकार जुलाई 2021 में एस. शिवन्या का विश्वास सच हुआ और उन्हें लॉ ऐंड ऑर्डर कैटगरी में सब इंस्पेक्टर पद पर नियुक्त किया गया है. खुद राज्य के मुख्यमंत्री एम.के.स्टैलिन ने उन्हें नियुक्त करने के निर्देश दिए.
पुलिस सेवा में शामिल होने के बाद एस. शिवन्या काफी खुश है. एस. शिवन्या ने एक मीडिया चैनल को इंटरव्यू देते हुए कहा कि, ‘मैं पुलिस सेवा में शामिल होकर बहुत खुश हूँ. मैंने अपना पूरा ध्यान अपनी पढ़ाई और प्रतियोगिता परीक्षा पर लगाया. मेरी मेहनत का मुझे फल मिला है.’
एस. शिवन्या ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और भाइयों को दिया है. एस. शिवन्या का कहना है कि तमिलनाडु की पहली ट्रांसवुमन सब इंसपेक्टर प्रिथिका यशिनी (Prithika Yashini) उनकी प्रेरणास्त्रोत हैं. सब इंसपेक्टर बनने के बाद एस. शिवन्या अब डीएसपी बनना चाहती है.
जहाँ कभी 6 महीने के बच्चे को गोद में लेकर आंसू बहाए थे, अब वहीं पुलिस ऑफिसर बन पहुंची एनी शिवा
दोस्तों एस. शिवन्या की कहानी देश के LGBTQIA+ समुदाय के सामने एक मिसाल है. इस समुदाय के कई लोग है जो समाज के तानों से डरकर जीवन में कुछ कर नहीं पाते. लेकिन एस. शिवन्या ने अपनी हिम्मत और मेहनत से जो मुकाम हासिल किया, उसके बाद जो समाज उन्हें उपेक्षा की नजरों से देखता था, आज वही समाज उन्हें सलाम भी ठोक रहा है.