हेलो दोस्तों ! यह बात तो हम सभी जानते ही हैं कि हमारा देश परम्पराओं का देश है. हम परम्पराओं से घिरे हुए हैं. इन्हीं का पालन करते हुए ही हम आगे बढ़ते हैं और एकदूजे की मदद के लिए आगे आते रहते हैं. बात चाहे किसी भी तरह की मदद की हो या किसी बीमारी की ही सही. बीमारी के ही बारे में बात करें तो तबियत ख़राब होने पर हम डॉक्टर से पहले मेडिकल का रुख करते हैं. या किसी अपने वाले से ही यह पूछ लेते हैं कि उन्हें किस दवाई से फायदा हुआ है और वही लेते हैं.
हालाँकि हमारे देश में यह बात आम है लेकीन किसी भी तरह की दवाई का सेवन करने से पहले हमें उस दवाई की जानकारी लेना बेहद जरुरी है. जैसे दवाई के पैकेट पर मौजूद मेनूफैक्चरिंग डेट से लेकर एक्सपायरी डेट तक. और हाँ दवाई की कीमत भी काफी मायने रखती है. कुछ दवाई के पैकेट्स पर आपको एक रेड लाइन भी देखने को मिलेगी.
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लेकिन क्या आप जानते हैं कि दवाई के पैकेट्स पर रेड लाइन क्यों होती है? और लाइन हमें किस बारे में बताती है? नहीं ! तो चलिए हम बताते हैं विस्तार से :
दोस्तों, कई ऐसी दवाइयां हैं जिनके पैकेट्स पर लाल लाइन या रेड लाइन बनी होती है. यह क्यों होती है यह कई लोगों को नहीं पता होता है. आप भी अगर अपने आसपास के लोगों से इस बारे में पूछेंगे तो आपको कई तरह के जवाब मिलेंगे, जैसे हमें नहीं मालूम, डिजाईन होगा आदि. लेकिन आपको और हमें इस बात की जानकारी होना बेहद जरुरी है. क्योंकि हमें कई बार दवाइयों की जरुरत होती है. और बिना जानकारी के दवाई लेना काफी खतरनाक साबित हो सकता है.
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इस रेड लाइन का दवाई के पैकेट पर होने का मतलब है कि इस दवाई का सेवन आप बिना किसी डॉक्टर की सलाह के नहीं लें या नहीं खाएं. क्योकि यह दवाई आपकी लाइफ के लिए डेंजरस साबित हो सकती है.
रेड लाइन का एक मतलब यह भी है कि यह दवाई अलग-अलग शरीर पर डिफरेंट असर करती है. इसलिए इसे किसी परचित पर हुए असर के अनुसार या फिर किसी के सुझाए अनुसार नहीं खाना चाहिए. इसके कई दुष्प्रभाव हो सकते है.
दोस्तों आपको रेड लाइन वाली दवाई के पैकेट्स के बारे में यह जानकारी कैसी लगी ? हमें कमेंट्स के जरिए जरुर बताएं.