ओलंपिक में व्यक्तिगत गोल्ड मैडल जीतने वाले पहले भारतीय ख़िलाड़ी हैं अभिनव बिंद्रा

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Abhinav Bindra Biography in Hindi –

भारत देश के लिए एयर राइफल की स्पर्धा और मैडल को लेकर जब कभी बात की जाती है तो उनमें अभिनव बिंद्रा (Abhinav Bindra) का नाम तो अपने आप ही आ जाता है. देश की तरफ से 10 मीटर एयर रायफल स्पर्धा में अभिनव बिंद्रा (Abhinav Bindra Indian air rifle Shooter) का नाम हमेशा आगे रहा है. वे भारत देश के प्रमुख निशानेबाज (India’s leading shooters Abhinav Bindra) के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं. 

साल 2008 के दौरान अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग ओलंपिक (Abhinav Bindra won Gold Medal in Beijing Olympics) में व्यक्तिगत स्पर्धा के दौरान भारत को गोल्ड मैडल दिलाया था. और इसके साथ ही वे व्यक्तिगत स्वर्ण पदक को अपने नाम करने वाले पहले भारतीय खिलाडी भी बने. यही नहीं अभिनव बिंद्रा साल 2006 में विश्व विजेता (Abhinav Bindra World Champion in the year 2006) भी बन चुके हैं.

आज के इस आर्टिकल में हम अभिनव बिंद्रा कौन हैं ? से लेकर अभिनव बिंद्रा की बायोग्राफी, अभिनव बिंद्रा का खेल करियर, अभिनव बिंद्रा की जीवनी, अभिनव बिंद्रा का परिवार आदि के बारे में बात करने वाले हैं. तो चलिए करीब से जानते हैं अभिनव बिंद्रा की लाइफ.

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कौन हैं अभिनव बिंद्रा (Who is Abhinav Bindra?) ?

जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि अभिनव बिंद्रा भारत के एक प्रमुख निशानेबाज हैं. वे ओलम्पिक खेलों के दौरान व्यक्तिगत स्वर्ण जीतने वाले पहले भारतीय खिलाडी भी बने हैं. खेल के दौरान ऐसे कई मौके भी आए जब अभिनव बिंद्रा ने मैडल के साथ भारत और अपना नाम भी रोशन किया है.

अभिनव बिंद्रा का जन्म और शिक्षा (Abhinav Bindra DOB and Education) :

भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा का जन्म (Abhinav Bindra date of birth) 28 सितम्बर 1982 को देहरादून में हुआ था. अभिनव बिंद्रा की उम्र 38 साल है और काफी कम उम्र से ही भारत के लिए निशानेबाजी कर रहे हैं. उन्होंने पढ़ाई के क्षेत्र में एमबीए किया हुआ है और इसके साथ ही वे फ्यूचरिस्टिक कम्पनी के सीईओ भी हैं.

निशानेबाज का जन्म एक पंजाबी परिवार (Abhinav Bindra born in punjabi family) में हुआ. अभिनव को बचपन से ही शूटिंग का शौक रहा है जिसके चलते उनके माता-पिता ने उन्हें इसी दिशा में आगे कदम बढाने की सलाह भी दी. शूटिंग में उनके शौक को देखते हुए ही अभिनव के पेरेंट्स ने उनके लिए अपने पटियाला वाले घर में ही शूटिंग रेंज भी बनाया था. इस दौरान उनके कोच रहे डॉ. अमित भट्टाचार्जी और लेफ्टिनेंट कर्नल ढिल्लों.

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अभिनव बिंद्रा का खेल करियर (Abhinav Bindra Sports Career) :

अभिनव ने बचपन से ही शूटिंग की क्लास लेना शुरू कर दिया था और इस कारण ही वे शूटिंग में अच्छे भी होने लगे थे. इस बीच साल 1998 के दौरान कामनवेल्थ गेम्स में भी अभिनव ने भारत को रिप्रेजेंट किया था.

साल 2000 के दौरान उन्होंने सिडनी ओलंपिक (Abhinav Bindra in Sydney olympics) में हिस्सा लिया था और सबसे युवा निशानेबाज बनकर उभरे थे. यह अभिनव का पहला ओलंपिक था. जिसके बाद साल 2001 के दौरान अभिनव ने म्यूनिख कप में कांस्य पदक को अपने नाम किया था. इसी वर्ष के दौरान उन्होंने मैनचेस्टर में 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में गोल्ड मैडल हासिल किया.

यह वह समय था जब अभिनव की उम्र महज 15 साल थी. साल 2001 में उन्होंने म्यूनिख में आयोजित वर्ल्ड कप में ब्रोंज मैडल जीता था. इस मैडल के साथ ही अभिनव ने जूनियर वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया था जोकि 597/600 था. यह रिकॉर्ड बनने के साथ ही अभिनव का नाम सब तरफ तेजी से फैलने लगा था.

इस मैडल और रिकॉर्ड के बाद से अभिनव ने अपनी जीत को बुलंद किया और आगे बढ़ते गए. इसके तहत ही अभिनव ने वर्ल्ड शूटिंग चैंपियनशिप को भी अपने नाम किया. अभिनव को ही वह शख्स भी माना जाता है जिनके कारण भारत के लोगों का ध्यान शूटिंग की तरफ होने लगा.

अभिनव बिंद्रा ने साल 2004 के दौरान एथेंस ओलंपिक (Abhinav Bindra in Olympics) में भी अच्छा प्रदर्शन करते हुए 7 वां स्थान हासिल किया था. अभिनव बिंद्रा के नाम ही सबसे कम उम्र में अर्जुन पुरस्कार और राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार ग्रहण करने का रिकॉर्ड है.

11 अगस्त 2008 में बीजिंग में ओलंपिक खेलों के दौरान अभिनव बिंद्रा ने 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में गोल्ड मैडल (Abhinav Bindra won Gold in 10m Air Rifle) हासिल किया था और इतिहास बनाया था. वे व्यक्तिगत स्पर्धा में ओलंपिक में गोल्ड मैडल जीतने वाले पहले भारतीय निशानेबाज भी बने. अभिनाव के गोल्ड मैडल के साथ ही भारत का 28 सालों का इंतजार खत्म हुआ था.

निशानेबाज ने रियो ओलंपिक के दौरान 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा हिस्सा किया और चौथा स्थान हासिल किया. अपने इस निराशाजनक परफॉरमेंस को देखने के बाद अभिनव ने कहा कि उनका निशानेबाजी का करियर यहीं खत्म होता है. इसके साथ ही उनका शौकिया निशानेबाजी का सफ़र भी इसी के साथ खत्म होता है.

अभिनव बिंद्रा के अवार्ड (Awards of Abhinav Bindra) :

साल 2000 में अर्जुन अवार्ड.

साल 2001 में राजीव गांधी खेल रत्न (अब मेजर ध्यान चाँद खेल रत्न अवार्ड)

साल 2009 में पद्म भूषण.

साल 2011 – 2008 में लेफ्टिनेंट कर्नल अवार्ड.

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