Ajit Doval Biography : कभी मास्टरमाइंड तो कभी इंडियन जेम्स बॉन्ड कहलाते हैं अजीत डोभाल

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Ajit Doval Biography in Hindi –

भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद पर विराजमान अजीत डोभाल (NSA Ajit Doval) ने नाम से हर कोई वाकिफ है. अजीत डोभाल, ऐसे पहले और अकेले सेवानिवृत्त भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी या आईपीएस भी हैं जिन्हें भारत सरकार के द्वारा वीरता चक्र ‘कीर्ति चक्र’ (Ajit Doval Kirti Chakra) से सम्मानित किया गया है. उन्हें यह पुरस्कार अपने खास कामों के चलते दिया गया है. हम ऐसे कई कारनामे हैं जिन्हें अजीत डोभाल के नाम से जुड़ा हुआ पाते हैं. इन कारनामों में साल 2016 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक भी शामिल है.

अजीत डोभाल को सर्जिकल स्ट्राइक ‘उरी’ का मास्टरमाइंड (Ajit Doval Surgical Strike) कहा जाता है. यही नहीं साल 2019 के फरवरी माह के दौरान भी पाकिस्तान में घुसने और बालाकोट में हुए हवाई हमले को भी अजीत की निगरानी में ही अंजाम दिया गया था.

अजीत डोभाल कौन है ? (who is Ajit Doval?) यह तो हम सब जानते ही हैं. लेकिन इसके अलावा भी अजीत डोभाल की लाइफ से जुड़ी कई ऐसी बातें हैं जिनसे हम अब तक अंजान हैं. जैसे अजीत डोभाल की बायोग्राफी (Ajit Doval Biography), अजीत डोभाल की हिस्ट्री (Ajit Doval History), अजीत डोभाल क्या हैं? (Ajit Doval kaun hai?) अजीत डोभाल की कहानी (Ajit Doval Story), अजीत डोभाल की फैमिली, अजीत डोभाल का करियर आदि. तो चलिए पढ़ते हैं अजीत डोभाल की जीवनी (Ajit Doval Biography) विस्तार से.

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अजीत डोभाल का शुरूआती जीवन :

सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का जन्म 20 जनवरी 1945 को (Ajit Doval date of birth) हुआ था. उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के गिरि बनेल्स्युन गांव में जन्मे अजीत के पिता का नाम जी एन डोभाल है. वे खुद भी इंडियन आर्मी में एक ऑफिसर के पद पर रहते हुए देश की सेवा कर चुके हैं.

अजीत डोभाल की पढ़ाई (Ajit Doval Education) :

उनकी शुरुआती पढ़ाई राजस्थान के अजमेर में किंग जॉर्ज्स रॉयल इंडियन मिलिट्री स्कूल से हुई है, इस स्कूल को अब अजमेर मिलिट्री स्कूल के नाम से जाना जाता है. इसके बाद की पढ़ाई अजीत डोभाल ने आगरा विश्वविद्यालय से की है. साल 1967 में अजीत डोभाल ने आगरा यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में अपना ग्रेजुएशन किया. यही नहीं उन्हें साल 2017 दिसम्बर में विज्ञान में डॉक्टरेट की मानद उपाधि से भी सम्मानित किया गया था.

अजीत डोभाल को मई 2018 के दौरान कुमाऊं विश्वविद्यालय से साहित्य में डॉक्टरेट की मानद उपाधि भी मिली. यही नहीं इसी साल में नवंबर के दौरान उन्होंने एमिटी विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र में डॉक्टरेट की मानद उपाधि भी हासिल की.

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अजीत डोभाल का परिवार (Ajit Doval Family) :

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की पत्नी का नाम अरुणी डोभाल (Ajit Doval wife Aruni Doval) है. उनके बच्चों के नाम विवेक डोभाल और शौर्य डोभाल (Ajit Doval Children Vivek And Shaurya) हैं.

अजीत डोभाल का करियर (Ajit Doval Career) :

अपनी पढ़ाई को पूरा करने के बाद केरल कैडर के एक आईपीएस ऑफिसर (IPS Ajit Doval) के रूप में साल 1968 में अपना पोलीस करियर शुरू किया था. यहाँ काम करते हुए चार साल ही हुए थे कि उन्होंने साल 1972 में इंटेलीजेंस ब्यूरो का हाथ थाम लिया. वे काफी लम्बे समय तक यहाँ बने रहे. साल 2005 में अजीत डोभाल चीफ ऑफ़ इंटेलिजेंस ब्यूरो के पद से रिटायर हुए.

इसके बाद अजीत डोभाल ने साल 2009 दिसंबर महीने के दौरान एक फाउंडेशन ‘विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन’ (Vivekanand International Foundation) की स्थापना की. वे इस फाउंडेशन के संस्थापक निदेशक बने. जिसके बाद साल 2014 में अजीत डोभाल को प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA National Security Advisor to the Prime Minister of India) के पद पर नियुक्ति मिली. साल 2019 में उन्हें दोबारा इस पर पर नियुक्त किया गया.

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अजीत डोभाल के जीवन की खास बातें :

1. साल 1968 में अजीत पंजाब और मिजोरम में कई आतंक विरोधी अभियानों का हिस्सा बने और इसके चलते उन्हें इंडियन जेम्स बॉन्ड (Indian James Bond Ajit Doval) कहा जाने लगा.

2. साल 1971 के दौरान कन्नूर के थालास्सेरी में एक दंगा हुआ और इस दौरान ही मुस्लिमों और मस्जिदों को निशान बनाने का आरोप आरएसएस पर लगाया गया.

3. मिजोरम में हुए मिज़ो नेशनल फ्रंट विद्रोह में लालडेंगा के सात कमांडर्स में से 6 पर जीत हासिल की गई, जिसमें अजीत डोभाल शामिल रहे.

4. बर्मा और चीनी क्षेत्रों में अजीत डोभाल कई सालों तक ख़ुफ़िया बने रहे और काफी जानकारियां इकट्ठा की. जिसके बाद वे सिक्किम चले गए. यहाँ भी उन्होंने काफी अहम भूमिका निभाई.

5. अजीत डोभाल सात सालों तक पाकिस्तान में एक अंडरकवर एजेंट के रूप में रहे. एक बार ऐसा भी हुआ कि उन्हें लगभग पहचान लिया गया था लेकिन वे किसी तरह यहाँ से बचकर निकल आए.

6. उरी में हुए सर्जिकल स्ट्राइक का मास्टर माइंड (Surgical Strike Mastermind Ajit Doval) भी अजीत डोभाल को ही कहा जाता है.

7. अजीत डोभाल ने ‘इंडियन ब्लैक मनी अब्रॉड इन सीक्रेट बैंक्स’ एंड ‘टैक्स हैवन्स’ नामक दो रिपोर्ट्स भी लिखी हैं.

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