History of TATA : दुनिया के 140 देशों में है टाटा का कारोबार? जानें टाटा के बारे में

TATA Group wikipedia, business,chairman, story, net worth, news and more

0

History of TATA Group in Hindi – 

टाटा ग्रुप आज एक ऐसा नाम बन चुका है जिसके बारे में हर किसी की जुबान पर कई बातें हैं. आपको बता दें कि यह एक ऐसा समूह है जो लोगों के साथ बिज़नस के रूप में तो खड़ा ही है साथ ही इस टाटा ग्रुप से कई लोगों की भावनाएं भी जुडी हुई हैं. टाटा ग्रुप एक प्राइवेट बिज़नस ग्रुप (Private Business Group TATA Group) है जिसका हेड ऑफिस महाराष्ट, मुंबई में स्थित है. टाटा ग्रुप के बारे में यह बात तो हम सभी जानते ही है कि इसके एक्स-चेयरमेन रतन टाटा (Ratan TATA) हैं.

टाटा ग्रुप के बारे में हम आए दिन अख़बार और सोशल मीडिया पर सुनते ही रहते हैं. और इस कारण ही हम टाटा के बारे में काफी बातें जानते भी हैं. लेकिन हम आपको बता दें कि अब भी टाटा ग्रुप के बारे में कई ऐसी बाते हैं जिनसे आप अंजान होंगे. खैर कोई बात नहीं क्योंकि आज हम आपको टाटा ग्रुप के बारे में काफी बातें बताने जा रहे हैं.

आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे टाटा ग्रुप क्या है ? टाटा ग्रुप की स्थापना कब हुई ? टाटा ग्रुप के अध्यक्ष कौन हैं ? टाटा ग्रुप की स्थापना किसने की ? टाटा ग्रुप के अंतर्गत आने वाली कम्पनीज कौनसी हैं ? और टाटा ग्रुप का इतिहास (History of TATA Group). तो चलिए जानते हैं टाटा ग्रुप के बारे में सभी बातें विस्तार के साथ.

टाटा ग्रुप की स्थापना कब हुई और किसने की ? Establishment of Tata Group :

एक मल्टीनेशनल ब्रांड के रूप में खुद को स्थापित कर चुके टाटा ग्रुप की स्थापना साल 1868 में जमशेदजी टाटा (Jamsetji TATA) ने की थी. जमशेदजी टाटा का जन्म 3 मार्च 1839 को हुआ था और उनका निधन 19 मई 1904 को हुआ था.  टाटा ग्रुप आज भारत के सबसे बड़े ग्रुप के रूप में भी जाना जाता है. यह जगह बनाने के लिए टाटा ने कई वैश्विक कंपनियों को खरीदा है. जिसके बाद टाटा ग्रुप को इंटरनेशनल मान्यता मिली है.

टाटा ग्रुप के अध्यक्ष कौन हैं ? who is Chairman of Tata Group ?

टाटा समूह के अध्यक्ष नटराजन चंद्रशेखरन हैं. टाटा ग्रुप के पूर्व अध्यक्ष रतन टाटा (Ratan TATA) रहे और उनका का नाम देश के टॉप बिजनेसमैन की लिस्ट में शामिल है. उनका जन्म 28 दिसंबर 1937 को महाराष्ट्र के मुम्बई में हुआ था. रतन टाटा ने सायरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) को टाटा समूह का नया उत्तराधिकारी बनाया था लेकिन कुछ कारणों के चलते उनका यह पद चला गया. जिसके बाद नटराजन चंद्रशेखरन (CHairman of TATA Sons Natarajan Chandrasekaran) को टाटा का चेयरमैन बनाया गया.

एक सफल बिजनेसमैन और उत्तम व्यक्तित्व के धनी माने जाने वाले रतन टाटा को साल 2000 में भारत सरकार ने उद्योग एवं व्यापार क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया है. रतन टाटा ने टाटा ग्रुप को सफलता की राह पर ले जाने के लिए काफी मेहनत की है. वे करीब 50 से भी अधिक सालों से टाटा समूह के साथ खड़े हैं. यह नहीं वे 21 साल तक टाटा के चेयरमैन भी रहे हैं.

History of Air India -जानें एयर इंडिया का इतिहास, कैसे टाटा एयरलाइन्स बनी एयर इंडिया?

टाटा ग्रुप क्या है ? What is TATA Group ?

जैसा कि हम जानते ही हैं कि टाटा ग्रुप एक मल्टीनेशनल ब्रांड के रूप में पहचान बना हुआ है और साथ ही देश के सबसे बड़े समूह के रूप में भी जाना जाता है. आज देखा जाए तो देशभर में टाटा ग्रुप के द्वारा लाखों लोगों को रोजगार दिया जा रहा है. साल 2015-2016 के दौरान ही इसका रिवेन्यु 103 अरब डॉलर के करीब मापा गया था. जिसे साल 2021 में 103 बिलियन डॉलर बताया गया.

यह कहा जाता है कि टाटा के पास कुल 96 कम्पनीज हैं जोकि अलग-अलग सेक्टर्स में काम करती हैं. यही नहीं इस कंपनियों में कुछ नाम ऐसे हैं जोकि पब्लिकली लिस्टेड की जा चुकी हैं. आज की हालत में टाटा ग्रुप को 40 से भी अधिक देशों में सक्रीय देखा जा रहा है. उसी के साथ टाटा की पहुँच 6 महाद्वीपों तक हो चुकी है. टाटा समूह विश्व के 140 से भी अधिक कंट्रीज में अपनी सर्विसेज दे रहा है.

टाटा ग्रुप से जुडी एक और खास जानकारी यह है कि टाटा का एक चैरिटेबल ट्रस्ट भी है जिसके द्वारा लोगों के साथ ही देश की भलाई के काम किए जाते हैं. टाटा समूह के करीब 65 फीसदी भाग पर टाटा चैरिटेबल ट्रस्ट का ही हक़ है.

टाटा ग्रुप का इतिहास : History of TATA Group :

एक भारतीय पारसी परिवार में जन्मे जमशेदजी टाटा में टाटा ग्रुप की स्थापना की थी. दरअसल जमशेदजी टाटा ने साल 1868 में महज 21 हजार रुपए में एक दिवालिया तेल मिल को खरीदा था और इसके बाद वहां रुई के कारखाने की शुरुआत की. उन्होंने इसके साथ ही अपने जीवन के चार अहम लक्ष्य भी रखे. जोकि कुछ इस प्रकार हैं : लौह और स्टील कंपनी का निर्माण, वर्ल्ड लेवल इंस्टीट्यूशन बनाना, होटल और हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्लांट का निर्माण.

हालाँकि वे अपनी लाइफ में अपने सभी लक्ष्य पूरे नहीं कर पाए. उन्होंने ताजमहल होटल का निर्माण किया लेकिन उनकी आगे की पीढ़ी ने उनके सभी सपनों को साकार किया. टाटा के आगे बढ़ने में उनका योगदान अतुल्य रहा. जिसे देखते हुए भारत सरकार के द्वारा जमशेदजी टाटा के नाम पर झाड़खंड में जमशेदनगर नामक शहर भी बनाया गया है.

Taj Hotel History – अंग्रेजों ने होटल में घुसने नहीं दिया तो जमशेदजी टाटा ने बना दिया ताज होटल

जमशेदजी टाटा के जाने के बाद टाटा की कमान सर दोराब टाटा के हाथों में आ गई और उन्होंने भी इस ग्रुप के लिए काफी काम किया. लेकिन उनके निधन हो जाने के बाद कंपनी की बागडौर रतन टाटा को सौंपी गई. रतन टाटा, जमशेदजी टाटा के दत्तक पोते नवल टाटा के बेटे हैं.

टाटा ग्रुप लगातार आगे बढ़ता रहा है और देश के साथ ही विदेशों में भी इसने अपने नाम का काफी विस्तार किया है. इसके विस्तार के कुछ अहम बिन्दुओं पर चलिए नजर डालते हैं और जानते हैं टाटा का इतिहास (History of TATA Group). ये कुछ इस प्रकार हैं :

1. आज टाटा स्टील के नाम से जाने जाने वाले टिस्को (TISCO) यानि टाटा स्टील की स्थापना साल 1907 में की गई थी. टाटा स्टील देश का पहला लोहा एवं इस्पात कारखाना है. टाटा स्टील की शुरुआत जमशेदपुर में हुई थी जिस कारण लोग इस नगर को टाटा नगर भी कहते हैं. टाटा स्टील की स्थापना के बाद साल 1912 में यहाँ पर असल उत्पादन की शुरुआत की गई.

2. इस कारोबार को आगे बढाने के बाद साल 1910 में टाटा जलविद्युत शक्ति आपूर्ति कम्पनी (Tata Hydro-Electric Power Supply Company) की शुरुआत की गई.

3. साल 1917 में टाटा आयल मिल्स (Tata Oil Mill) की स्थापना हुई और इसके बाद ही टाटा ग्रुप ने घरेलू बाजार में भी कदम जमाना शुरू कर दिया.

4. साल 1932 में टाटा संस के द्वारा टाटा एयरलाइन्स (Tata Airlines) की स्थापना की गई. जिसे आज़ादी के बाद सरकारी एयरलाइन्स कंपनी बना दिया गया था. लेकिन टाटा संस ने साल 2021 में सबसे अधिक बोली के साथ फिर से टाटा में जोड़ लिया.

5. साल 1939 में टेल्को (TELCO) की स्थापना की गई थी. इसी टेल्को को ही आज हम टाटा मोटर्स (TataMotors) के नाम से जानते हैं. जिसके बाद ही साल 1945 में टाटा के द्वारा रेलवे के लिए रेल इंजनों और दूसरी मशीनों को बनाने का काम भी शुरू किया गया.

6. साल 2007 में टाटा ग्रुप के द्वारा यूनाइटेड किंगडम के कोरस समूह को भी अपने अधिग्रहण में ले लिया. आपको बता दें कि कोरस विश्व की सबसे बड़ी लोह-इस्पात निर्माण कंपनी है.

7. इसके अलावा टाटा पावर, टाटा केमिकल्स और टाटा पिगमेन्ट्स, जीवन बीमा उद्योग, टाटा मैक्ग्रा, भारतीय विज्ञाना संस्थान, टाटा मूलभूत अनुसंधान केन्द्र, टाटा समाज विज्ञान संस्थान, टाटा ऊर्जा अनुसंधान संस्थान, टाटा मैनेजमेन्ट ट्रेनिंग सेन्टर, नेशनल सेन्टर फॉर पर्फार्मिंग आर्ट्स, टाटा चाय, टाइटन, Tata Trent, टाटा स्काय आदि से टाटा ग्रुप का नाम सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है.

8. यही नहीं इस लिस्ट में INCAT, Nelco, Nelito Systems, TCS, Tata Elxsi, Tata Interactive Systems, Tata Infotech, Tata Technologies Ltd, TATA Teleservice, Tatanet,  Teleglobe, VSNL आदि भी हैं.

रतन टाटा की कही गई 10 बातें जो हर किसी को पता होनी चाहिए

टाटा ग्रुप की नेट वर्थ कितनी है ? TATA group Net Worth ?

कुछ समय पहले आई बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की एक रिपोर्ट के मुताबिक टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड की नेट वर्थ 6.5 ट्रिलियन रुपए (TATA sons pvt ltd Net Worth) आंकी गई है जोकि 242 बिलियन डॉलर होती है. 

Leave A Reply

Your email address will not be published.