देश के सबसे महंगे वकील है कपिल सिब्बल, राम मंदिर मामले में दिया था विवादित बयान

Kapil Sibal Biography - Wiki, Bio, Wife, Family, controversy, Net Worth, Ram Mandir and More

0

Kapil Sibal Biography – दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और देश की जाने-माने वकील कपिल सिब्बल के बारे में बात करेंगे. कपिल सिब्बल का नाम देश और कांग्रेस के बड़े नेताओं में लिया जाता है. वह मनमोहन सिंह की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं. पूर्ण केंद्रीय मंत्री और नेता के अलावा कपिल सिब्बल की पहचान एक वकील की भी है. अपने करियर के दौरान कपिल सिब्बल कई बड़े और चर्चित केस लड़ चुके हैं.

दोस्तों हम यह तो जान ही चुके हैं कि कपिल सिब्बल कौन है? (Who is Kapil Sibal) आगे इस आर्टिकल में हम कपिल सिब्बल के परिवार (kapil sibal family), कपिल सिब्बल के राजनीतिक जीवन (kapil sibal political life), कपिल सिब्बल की संपत्ति (kapil sibal property), कपिल सिब्बल के विवादों (Kapil Sibal controversy) सहित अन्य चीजों के बारे में बात करेंगे. साथ ही हम जानेंगे कि कपिल सिब्बल का धर्म क्या है? और कपिल सिब्बल की जाति क्या है? तो चलिए शुरू करते है कपिल सिब्बल का जीवन परिचय.

गांधी परिवार के सबसे भरोसेमंद नेताओं में से एक है हरीश रावत

कपिल सिब्बल जीवनी (Kapil Sibal Biography)

दोस्तों कपिल सिब्बल का जन्म 8 अगस्त 1948 पंजाब के जालंधर में एक हिंदू परिवार में हुआ था. कपिल सिब्बल के पिता का नाम हीरा लाल सिब्बल है. कपिल सिब्बल की माता का नाम रानी सिब्बल है. कपिल सिब्बल के पिता देश के जाने-माने वकील रह चुके हैं. उन्हें भारत सरकार द्वारा साल 2006 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था.

कपिल सिब्बल की शिक्षा (Kapil Sibal Education)

स्कूली शिक्षा हासिल करने के बाद कपिल सिब्बल दिल्ली आ गए. कपिल सिब्बल ने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में एमए की शिक्षा हासिल की है. इसके बाद साल 1977 में कपिल सिब्बल ने हार्वर्ड लॉ स्कूल से एलएलएम की परीक्षा पास की. इसके बाद कपिल सिब्बल ने सिविल सेवा परीक्षा पास की, लेकिन विधि के क्षेत्र में आगे बढ़ने का फैसला किया. साल 1972 में कपिल सिब्बल ने विधि-वर्ग (बार) जॉइन किया. इसके बाद साल 1983 में कपिल सिब्बल वरिष्ठ अधिवक्ता बने.

कपिल सिब्बल का करियर (kapil sibal career)

कपिल सिब्बल ने साल 1989 और 1990 के बीच भारत के एडिशनल सॉलिसिटर जनरल का पद संभाला. कपिल सिब्बल को असली पहचान तब मिली जब सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस वी रामास्वामी के ऊपर महाभियोग का मामला संसद में चल रहा था. उस वक़्त कपिल सिब्बल उनके बचाव में कोर्ट पहुँच गए. इस मामले में जिस तरह से कपिल सिब्बल ने जस्टिस वी रामास्वामी का बचाव किया, उससे उन्हें पूरे देश में एक पहचान मिली. इसके अलावा कपिल सिब्बल तीन बार 1995-96, 1997-98 और 2001-2002 सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे.

सिक्का उछाल पोस्टिंग व #MeToo का आरोप, जानिए पंजाब के नए CM चरणजीत सिंह चन्नी कौन है?

कपिल सिब्बल का राजनीतिक जीवन (kapil sibal political career)

जस्टिस वी रामास्वामी केस की वजह से ही कपिल सिब्बल तत्कालीन प्रधानमंत्री पी. वी. नरसिम्हाराव की नज़रों में आ गए. कपिल सिब्बल के बोलने के तरीके और दलील देने की कला से प्रभावित होकर नरसिम्हाराव ने उन्हें साल 1996 में कांग्रेस का टिकट ऑफर किया. कपिल सिब्बल ने कांग्रेस के टिकट पर अपना पहला चुनाव लड़ा, लेकिन बीजेपी की सुषमा स्वराज के सामने उन्हें चुनाव में हार का सामना करना पड़ा.

लोकसभा चुनाव हारने के बाद लालू प्रसाद यादव ने कपिल सिब्बल को बिहार से राज्यसभा में भेजा. लेकिन कपिल सिब्बल चुनाव जीतकर सांसद बनना चाहते थे. उन्होंने साल 2004 में एक बार फिर दिल्ली की चांदनी चौक से लोकसभा चुनाव लड़ा. इस चुनाव में कपिल सिब्बल ने भाजपा की स्मृति ईरानी को हराकर लोकसभा सांसद बने. इसके बाद कपिल सिब्बल ने साल 2009 में भी यहां से जीत हासिल की.

लोकसभा सांसद बनने के बाद कपिल सिब्बल ने मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली. मनमोहन सिंह की सरकार में कपिल सिब्बल मानव संसाधन विकास मंत्री, सूचना प्रोद्योगिकी और विधि एवं न्याय मंत्री रहे. मनमोहन सरकार के दौरान इनके अलावा भी कपिल सिब्बल ने कई जिम्मेदारियां निभाई. साल 2014 में कपिल सिब्बल कांग्रेस के उन दिग्गज नेताओं में से एक थे, जिन्हें मोदी लहर के कारण हार का सामना करना पड़ा.

Captain Amarinder Singh Biography – राजघराने से ताल्लुक रखते है अमरिंदर सिंह, 1984 में छोड़ दी…

कपिल सिब्बल और राम मंदिर मामला (Kapil Sibal and Ram Mandir case)

कपिल सिब्बल देश के सबसे महंगे वकीलों में से एक है. उन्होंने कई महत्वपूर्ण और चर्चित केस लड़े इन्ही मामलों में से एक है राम मंदिर का मामला. इस मामले में कपिल सिब्बल सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील थे. इस केस की सुनवाई के दौरान कपिल सिब्बल ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि, ‘लोकसभा चुनाव तक इस मामले पर कोई फैसला ना हो.’ इस बयान को लेकर काफी विवाद हुआ था. खुद सुन्नी वक्फ बोर्ड ने भी उनके बयान से किनारा कर लिया था.

कपिल सिब्बल की पत्नी (kapil sibal wife)

कपिल सिब्बल ने दो बार शादी की है. कपिल सिब्बल ने पहली बार साल 13 अप्रैल 1973 को नीना सिब्बल से विवाह किया. कपिल सिब्बल और नीना सिब्बल के दो बेटे अमित और अखिल हैं. साल 2000 में नीना सिब्बल का निधन हो गया. इसके बाद साल 2005 में कपिल सिब्बल ने सामाजिक कार्यकर्ता प्रोमिला से शादी की.

कपिल सिब्बल की फीस (kapil sibal fees)

एक मीडिया वेबसाइट के अनुसार कपिल सिब्बल एक दिन की पैरवी के लिए 8 से 15 लाख रुपये तक फीस लेते हैं, हालाँकि कांग्रेस से जुड़े मसलों की पैरवी के लिए वह कोई चार्ज नहीं लेते है.

Narendra Modi Biography : रोचक है नरेंद्र मोदी का चाय की दुकान से पीएम पद तक का सफर

कपिल सिब्बल की नेट वर्थ (kapil sibal net worth)

साल 2016 में राज्यसभा के नामांकन में दाखिल किए गए एफिडेविट के कपिल सिब्बल की संपत्ति 184 करोड़ से अधिक है. कपिल सिब्बल के नौ बैंक खातों में 13.80 करोड़ रूपये जमा हैं.

Leave A Reply

Your email address will not be published.