Munawwar Rana Biography – नक्सलवाद की ओर हुए आकर्षित, ये है मुनव्वर राना की प्रसिद्ध शायरी और विवादित बयान

0

Munawwar Rana Biography – दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम उर्दू के मशहूर शायर मुनव्वर राना के बारे में बात करेंगे. शायरी की दुनिया में मुनव्वर राना हिंदुस्तान के सबसे बड़े नामों में से एक है. मुनव्वर राना की शायरियां लोगों की काफी पसंद भी आती है. मुनव्वर राना की कविताओं में ग़ज़ल की झलक देखने को मिलती है. मुनव्वर राना ने कई ग़ज़ल भी लिखी है. खासकर मां के ऊपर मुनव्वर राना ने काफी कुछ लिखा है.

शायरी-कविताओं के अलावा मुनव्वर राना को किताब लिखने का भी काफी शौक है. मुनव्वर राना की अब तक एक दर्जन से भी ज्यादा पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं. इन सब के अलावा मुनव्वर राना सामाजिक मुद्दों को लेकर खुलकर अपनी राय रखने के लिए भी जाने आते हैं. हालाँकि इस दौरान उनके द्वारा दिए गए बयानों को लेकर विवाद भी हो जाता है. मुनव्वर राना अक्सर वर्तमान मोदी सरकार की आलोचना करते है.

दोस्तों वैसे तो मुनव्वर राना आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है, लेकिन आज की युवा पीढ़ी में कई लोग हैं जो मुनव्वर राना और उनकी शायरियों के बारे में नहीं जानते हैं. इस आर्टिकल के जरिए हम जानेंगे कि मुनव्वर राना कौन है?, मुनव्वर राना की शायरियों और मुनव्वर राना के विवादित बयानों को लेकर भी बातचीत करेंगे. तो चलिए शुरू करते हैं मुनव्वर राना का जीवन परिचय.

सलाम : विकलांगता को मात देकर उम्मुल खेर बनीं IAS, देश का नाम किया रोशन

मुनव्वर राना की जीवनी (Munawwar Rana Biography)

दोस्तों मुनव्वर राना का जन्म उत्तरप्रदेश के रायबरेली में हुआ था. मुनव्वर राना के पिता का नाम अनवर राना है. मुनव्वर राना की माता का नाम आयशा खातून है. भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के समय मुनव्वर राना के कई रिश्तेदार पाकिस्तान चले गए थे, लेकिन मुनव्वर राना के पिता ने भारत में रहना ही स्वीकार किया.

मुनव्वर राना की शिक्षा (Munawwar Rana Education)

मुनव्वर राना का बचपन कोलकाता में बीता है. मुनव्वर राना की शिक्षा की बात करें तो बता दे कि मुनव्वर राना ने अपनी शिक्षा कोलकाता से हासिल की है. मुनव्वर राना ने बी. कॉम. की शिक्षा हासिल की है.

मुनव्वर राना का सफ़र (Journey of Munavwar Rana)

दोस्तों मुनव्वर राना एक प्रसिद्द कवि और लेखक है. मुनव्वर राना पिछले कई दशकों से कविताओं और ग़ज़लों के जरिए लोगों का मनोरंजन करते हुए आ रहे हैं. मुनव्वर राना अपनी मां से बहुत प्यार करते हैं. यहीं कारण है कि उनकी ज्यादातर रचनाओं में मां का जिक्र होता है.

कभी होटल में लगाते थे झाड़ू-पोछा, अंसार शेख ऐसे बने देश के सबसे India’s Youngest IAS Officer

मुनव्वर राना की शायरियां (Munawwar Rana Poetry)

वैसे तो मुनव्वर राना में काफी कुछ लिखा है, लेकिन मुनव्वर राना को असली प्रसिद्धि मिली उनके द्वारा मां पर लिखे गए शेर की वजह से. मुनव्वर राना ने माँ पर बहुत शेर लिखे हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार है :-

  1. मैंने रोते हुए पोंछे थे किसी दिन आँसू, मुद्दतों माँ ने नहीं धोया दुपट्टा अपना.
  2. लबों पे उसके कभी बद्दुआ नहीं होती, बस एक माँ है जो मुझसे ख़फ़ा नहीं होती.
  3. जब तक रहा हूँ धूप में चादर बना रहा, मैं अपनी माँ का आखिरी ज़ेवर बना रहा.
  4. किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकाँ आई, मैं घर में सब से छोटा था मेरे हिस्से में माँ आई.
  5. इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है, माँ बहुत ग़ुस्से में होती है तो रो देती है.
  6. अभी ज़िन्दा है माँ मेरी मुझे कु्छ भी नहीं होगा, मैं जब घर से निकलता हूँ दुआ भी साथ चलती है.
  7. कुछ नहीं होगा तो आँचल में छुपा लेगी मुझे, माँ कभी सर पे खुली छत नहीं रहने देगी.
  8. बरबाद कर दिया हमें परदेस ने मगर, माँ सबसे कह रही है कि बेटा मज़े में है.
  9. खाने की चीज़ें माँ ने जो भेजी हैं गाँव से, बासी भी हो गई हैं तो लज़्ज़त वही रही.
  10. ये ऐसा क़र्ज़ है जो मैं अदा कर ही नहीं सकता, मैं जब तक घर न लौटूं, मेरी माँ सज़दे में रहती है.
  11. चलती फिरती आँखों से अज़ाँ देखी है, मैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है.
  12. जब भी कश्ती मेरी सैलाब में आ जाती है, मां दुआ करती हुई ख्वाब में आ जाती है.

Milkha Singh Biography – ‘फ्लाइंग सिख’ मिल्खा सिंह का निधन, ताउम्र रहा एक गलती का अफ़सोस

मुनव्वर राना की किताब (Munawwar Rana book)

माँ, ग़ज़ल गाँव, पीपल छाँव, बदन सराय, नीम के फूल, सब उसके लिए, घर अकेला हो गया, कहो ज़िल्ले इलाही से, बग़ैर नक़्शे का मकान, फिर कबीर, नए मौसम के फूल.

मुनव्वर राना के विवादित बयान (Munawwar Rana disputed statement)

  1. मुनव्वर राना ने अपने बयान में भारत को सांप्रदायिक देश बताते हुए कहा था कि हिंदुओं को खुश करने के लिए मुसलमानों को मारा जा रहा है.
  2. मुनव्वर राना ने अपने ट्वीट में सद को गिराकर खेत बनाने की बात कही थी. हालाँकि बाद में विवाद बढ़ने पर ट्वीट को डिलीट कर दिया था.
  3. साल 2015 में मुनव्वर राना ने साहित्य अकादमी पुरस्कार को वापस कर दिया था और भविष्य में कोई भी सरकारी पुरस्कार न लेने की बात कही थी.
  4. दादरी घटना के बाद मुनव्वर राना ने कहा था कि, ‘लगाया था, जो कि पेड़ भक्तों ने कभी, वो पेड़ फल देने लग गए, मुबारक हो हिन्दूस्तान में अफवाहों से कत्ल होने लगा.’
  5. फ्रांस में पैगंबर मोहम्मद के विवादित कार्टून वाले मामले में हुई हत्या के बाद मुनव्वर राना ने कहा था कि, ‘अगर उस स्टूडेंट की जगह मैं भी होता तो वही करता जो उसने किया.’
  6. इसके अलावा मुनव्वर राना ने अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे का समर्थन करते हुए कहा था कि, ‘तालिबान ने सही किया है. अपनी जमीन पर कब्जा तो किसी भी तरह से किया जा सकता है. तालिबान गुट को आतंकी नहीं कहा जा सकता है.

Sucheta Dalal Biography – जानिए सुचेता दलाल कौन है?, हर्षद मेहता से भी बड़े स्कैम का कर चुकी है

नक्सलवाद की तरफ हुए थे आकर्षित

एक न्यूज़ पोर्टल के अनुसार 1970 के दशक में जब बंगाल में नक्सल आंदोलन का बड़ा जोर था, तब मुनव्वर राना भी नक्सलवाद की तरफ आकर्षित होने लगे थे. जिसके बाद पुलिस कमिश्नर ने मुनव्वर राना के पिता से इस बात की शिकायत की. इसके बाद मुनव्वर राना के पिता उन्हें कमिश्नर के पास ले गए, जहाँ कमिश्नर ने उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया था. वहीँ एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अब मुनव्वर राना के पिता उनके नक्सल संबंध के बारे में पता चला तो उन्होंने मुनव्वर राना को दो साल के लिए घर से निकाल दिया था. हालाँकि हम इसकी पुष्टि नहीं कर सकते हैं.

मुनव्वर राना का परिवार (Munawwar Rana family)

मुनव्वर राना के परिवार में उनकी पत्नी और बच्चे है. मुनव्वर राना के छह बच्चे है – एक बेटा और पांच बेटियां. मुनव्वर राना के बेटे के नाम तबरेज राना है. मुनव्वर राना की दो बेटियां सुमैया राना और फौजिया राना भी अक्सर चर्चा में रहती है.

Leave A Reply

Your email address will not be published.