क्या होता है बजट ? कैसे होता है बजट तैयार ? जानिए बजट से जुड़ी हर जानकारी

Budget information, preparation, economy, expectation, union budget and more

0

What is Budget ? in hindi –

हर साल की शुरुआत के साथ ही बड़े उद्योगपतियों से लेकर आम आदमी तक सभी को सरकार के द्वारा पेश किए जाने वाले बजट का इंतजार रहता है. हर साल में बजट अपने साथ कुछ नया लेकर आता है. आम आदमी भी इस बजट को पेश किए जाने को लेकर काफी उत्सुक रहता है लेकिन इस बजट को तैयार करने के लिए सरकार को काफी तैयारियां करनी पड़ती हैं.

आज के इस आर्टिकल में हम आपको बजट क्या होता है ? (What is Budget?) बजट के बारे में संविधान में क्या कहा है ? बजट शब्द कहाँ से आया ? बजट कौन तैयार करता है ? बजट तैयार कैसे किया जाता है ? बजट कितने तरह के होते हैं ? आदि के बारे में बताने जा रहे हैं.

गौरतलब है कि कई सालों से बजट को फरवरी माह के दौरान ही पेश किया जाता है और इस महीने में सभी को इसका इन्तजार भी रहता है. हालाँकि इसकी तैयारी काफी टाइम पहले से ही हो जाती है. आज यदि आम आदमी से बजट के बारे में जानकारी ली जाए तो शायद उनके पास भी बजट के बारे में हलकी-फुलकी जानकारी ही होगी. तो फ़िक्र की कोई बात नहीं. चलिए हम आपको देते हैं बजट (Full Information about Budget) के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से.

What is Bankruptcy : दिवालिया होना क्या है? किसी व्यक्ति और देश के दिवालिया होने में क्या अंतर है?

बजट क्या होता है ? What is Budget ?

सरकार के द्वारा देश का एक साल का हिसाब ‘बजट’ कहलाता है. बजट के अंतर्गत सरकार के द्वारा इस बात का अनुमान लगाया जाता है कि सभी मंत्रालयों से लेकर, प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर, रेलवे किराया आदि से सरकार को कितनी कमाई होने वाली है. इसके साथ ही बजट में यह भी अनुमान लगाया जाता है कि आने वाले साल के दौरान सरकार का खर्च कितना होने वाला है. किसी भी साल में बजट पेश किए जाने से पहले एक सर्वे होता है जिसमें कमाई का अनुमान लगता है.

वित्त मंत्री बजट पेश किए जाने के दौरान दिए जाने वाले अपने भाषण (budget speech) में सरकार की कमाई और खर्च (government revenue and expenditure) के बारे में जानकारी देते हैं. बजट में एक साल का कमाई और खर्च का ब्यौरा होता है और इसे ही आम बजट या संघीय बजट कहा जाता है.

बजट के बारे में संविधान में क्या कहा है ? What does the Constitution say about Budget?

यदि संविधान के बारे में बात की जाए तो कहीं भी सीधे तौर पर बजट के बारे में कुछ भी नहीं कहा गया है. लेकिन संविधान में अनुच्छेद 112 के अंतर्गत वार्षिक वित्तीय विवरण के बारे में बताया गया है. इसमें यह कहा गया है कि हर साल में सरकार को अपनी कमाई और खर्च का ब्यौरा देना अनिवार्य है. वैसे तो इस अनुच्छेद के अनुसार बजट पेश करने का अधिकार राष्ट्रपति को होता है लेकिन वे खुद बजट पेश न करते हुए किसी मंत्री को बजट पेश करने के लिए कह सकते हैं. आमतौर पर बजट पेश करने का काम वित्त मंत्री के द्वारा किया जाता है.

बजट शब्द कहाँ से आया ?

ऐसा कहा जाता है कि सरकार और बड़े उद्योगपतियों के द्वारा अपने खर्च और कमाई का हिसाब और डाक्यूमेंट्स किसी चमड़े के बैग में रखे जाते हैं. यही कारण है कि वित्त मंत्री भी बजट से जुड़े दस्तावेज को चमड़े के बैग में लेकर संसद में जाते हैं. बजट शब्द की उत्पत्ति वैसे एक फ्रांस के बुजे (Bougette) से हुई है और इसका मतलब चमड़े का बैग होता है. पहले इस शब्द का इस्तेमाल ब्रिटेन में किया जाता था जिसके बाद भारत में भी इस शब्द को इस्तेमाल में लाया गया है.

What is privatization – जानिए निजीकरण क्या है? इसके उद्देश्य, लाभ और हानि…

बजट कौन तैयार करता है ? Who prepares the budget?

बजट बनाने के काम देश में वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) से जुड़े आर्थिक मामलों के डिपार्टमेंट के बजट सेक्शन के द्वारा किया जाता है. जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि बजट में सरकार के खर्च और कमाई का ब्यौरा होता है जिसके चलते देश में बजट तैयार किया जाना एक जटिल प्रक्रिया है. वित्त मंत्रालय के द्वारा ही सभी मंत्रालयों के खर्च से जुड़ा एक प्रस्ताव बनाया जाता है और इसे पेश किया जाता है.

बजट तैयार कैसे किया जाता है ? How is the budget prepared?

सबसे पहले इसके लिए सभी मंत्रालयों, केंद्र शासित प्रदेशों, सैन्यबलों आदि को एक सर्कुलर दिया जाता है, जिसमें पूरे साल के लिए खर्च का आंकलन तैयार करने के निर्देश होता है. जब सभी विभाग अपनी मांग रखते हैं तो वित्त मंत्रालय समझौते शुरू करना है.

इस समय ही आर्थिक मामले से जुड़े विभाग सभी बिजनेसमैन, किसानों और सोसाइटी से सम्पर्क करते हैं और उनसे बजट के लिए राय सामने रखने के लिए कहते हैं. इस प्री बजट डिस्कशन के बाद टैक्स को लेकर वित्त मंत्री फैसला करते हैं और इसके बाद प्रधानमंत्री से चर्चा की जाती है.

इसके बाद बजट से जुड़े सभी विभागों से उनके खर्च और आमदनी की रसीदें ली जाती हैं और इनके आधार पर एक योजना तैयार की जाती हैं. आखिर में सभी स्टेट्स, बैंकर्स, व्यापार संघ, किसानों आदि के साथ बैठक होती है और अंत में वित्त मंत्रालय सभी अनुमानों को ध्यान में रखकर बजट और भाषण तैयार करते हैं.

बजट कितने तरह से काम करता हैं ?

यह तो हमने समझ ही लिया है कि बजट क्या होता है और यह किसके द्वारा और कैसे पेश किया जाता है. लेकिन इसके साथ ही बजट के जुड़े कुछ और हिस्से भी हैं जिनमें लोगों को अक्सर ही कंफ्युशन होता है. जैसे अंतरिम, बजट एस्टीमेट, रिवाइज्ड एस्टिमेट, आउटकम बजट आदि क्या होते हैं? तो चलिए बताते हैं आपको इनके बारे में.

बुरे दौर से गुजर रही भारतीय अर्थव्यवस्था को मनमोहन सिंह ने दी थी संजीवनी

अंतरिम बजट क्या होता है ? What is interim budget?

सरकार के द्वारा अपने कार्यकाल के अंतिम समय या साल में अंतरिम बजट पेश किया जाता है. वैसे तो अंतरिम बजट आम बजट की तरह ही काम करता है लेकिन लोकसभा इलेक्शन के बाद आने वाली सरकार के बाद उससे भी बजट के लिए मंजूरी लेना जरुरी हो जाता है. जबकि जो सरकार अंतरिम बजट को पेश कर रही है उसे देश के कंसॉलिडेटेड फंड से खर्च के लिए पैसा निकालने से पहले संसद से मंजूरी लेना होता है.

बजट एस्टिमेट क्या होता है ? What is budget estimate?

जैसा की इसके नाम से समझ आता है कि यह एक तरह का अनुमान होता है. इसके अंतर्गत सरकार के द्वारा यह बताया जाता है कि उसे वित्तीय वर्ष के दौरान सभी स्त्रोतों जैसे टैक्स, GST, डिविडेंस आदि के कितनी कमाई होने का अनुमान है. इसके साथ ही बजट एस्टीमेट में सरकार अपने खर्च का अनुमान भी पेश करती हैं और बताती है कि इस वित्तीय वर्ष में कितना पैसा कार्यों में खर्च होने के अनुमान है.

रिवाइज्ड एस्टिमेट क्या होता है ? What is Revised Estimate?

जैसा हमने एस्टीमेट में समझा कि इसके अंतर्गत सरकार अपने खर्च और कमाई के अनुमान को पेश करती हैं. कुछ उसी तरह रिवाइज्ड एस्टिमेट के अंतर्गत जब सालभर के दौरान सरकार के खर्च और कमाई के अनुमान कुछ ऊपर नीचे होते हैं तो अगले साल के बजट में रिवाइज्ड आंकड़े पेश किए जाते हैं. लेकिन रिवाइज्ड एस्टिमेट में एक नियम होता है कि यदि सरकार इसमें किसी खर्च को अलग से जोड़ना चाहती है तो इसके लिए संसद से मंजूरी लेना अनिवार्य होता है.

आउटकम बजट क्या होता है ? What is Outcome Budget?

सरकार को आउटकम बजट के अंतर्गत सभी मंत्रालयों और विभागों में हुए कामों का ब्यौरा देना होता है. आउटकम बजट से ही सरकार की जवाबदेही को तय किया जाता है. इस दौरान मंत्रालयों और विभागों के द्वारा यह बताया जाता है कि बीते साल में रखे गए लक्ष्य में वे कहाँ तक पहुंचे हैं और निर्धारित किए गए बजट में से कितना और कहाँ खर्च हुआ है. बजट पेश किए जाने के पहले ही वित्त मंत्रालय के द्वारा प्रीलिमिनरी आउटकम बजट देना पड़ता है.

हलवा समारोह क्या है ? What is the Halva Ceremony?

हर साल में सरकार के द्वारा बजट पेश किए जाने से पहले वित्त मंत्री के द्वारा एक हलवा समारोह का आयोजन किया जाता है. हलवा समारोह का मतलब होता है कि बजट को पेश किए जाने के लिए तैयार किया जा चुका है और इसकी छपाई का काम शुरू हो चुका है. इस हलवा समारोह के अंतर्गत बजट को तैयार करने वाले अधिकारी और सभी कर्मचारी मौजूद रहते हैं और इनका आभार व्यक्त किया जाता है.

हलवा समारोह में आने वाले सभी अधिकारी और कर्मचारी जब तक संसद में बजट पेश नहीं हो जाता तब तक अपने परिवार के सम्पर्क में नहीं आते हैं. इस कारण वित्त मंत्री उनका आभार व्यक्त करने के लिए बजट पेश होने के पहले हलवा समारोह का आयोजन करती है.

Leave A Reply

Your email address will not be published.