पिता बेचते थे चाय-पकौड़े, बेटा बना आईपीएस ऑफिसर, जानें कौन हैं Altaf Sheikh?

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Who is Altaf Sheikh and Altaf Sheikh Biography in Hindi-

यह तो हमेशा से ही कहा जाता है कि यदि मन में कोई काम करने की लगन हो तो कुछ भी इस दुनिया में नामुमकिन नहीं है. इसी कहावत को सच कर दिखाया है पुणे के बारामती इलाके में रहने वाले अल्ताफ शेख ने. अल्ताफ शेख ने यूपीएससी (Altaf Sheikh UPSC) की एग्जाम पास की है और अपना आईपीएस (IPS Altaf Sheikh) बनने का सपना पूरा किया है.

यूपीएससी की एग्जाम के बारे में चाहे हम बहुत अधिक नहीं जानते हों लेकिन इतना तो हम सबको पता ही है कि इस एग्जाम को क्लियर करने के लिए बहुत लगन और परिश्रम की जरूरत होती है. हर किसी का सपना तो इस एग्जाम को पास कर आईएएस या आईपीएस ऑफिसर बनने का होता है लेकिन इसमें सफलता कुछ ही लोगों को मिलती है.

अपने परिश्रम से सफल होने वाले इन नामों में एक अल्ताफ शेख के बारे में ही आज हम बात करने जा रहे हैं. आज हम जानेंगे अल्ताफ शेख कौन हैं ? अल्ताफ शेख की बायोग्राफी, अल्ताफ शेख का सफर, अल्ताफ शेख की जीवनी, अल्ताफ शेख की फैमिली आदि के बारे में. तो चलिए जानते हैं.

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कौन हैं अल्ताफ शेख ? Who is Altaf Sheikh ?

अल्ताफ शेख पुणे से लगे इलाके बारामती के रहने वाले हैं. उनका सपना शुरुआत से ही एक आईपीएस बनने का रहा है. जिसे उन्होंने आखिरकार पूरा कर ही लिया. अल्ताफ शेख के पिता की एक चाय-पकौड़े की छोटी सी दुकान है. आईपीएस बनने के बाद अल्ताफ शेख देश की सेवा में अपना योगदान देना चाहते हैं.

अल्ताफ शेख की बायोग्राफी (Altaf Sheikh Biography) :

बारामती के के काटेवाडी में एक छोटी सी चाय और पकौड़े की दुकान लगाने वाले एक शख्स के बेटे ने यूपीएससी की एग्जाम पास कर यह साबित कर दिया कि आपकी लगन आपको कुछ भी दिलवा सकती है. अपने शुरुआती दिनों में अल्ताफ शेख भी अपने पिता के साथ दुकान पर जाते थे और उनकी मदद करते थे.

पिता के साथ दुकान पर हाथ बंटाने वाले अल्ताफ ने नवोदय विद्यालय, इस्लामपुर से ही अपनी स्कूल की पढ़ाई (Altaf Sheikh Education) को पूरा किया और इसके आगे की पढ़ाई के तौर पर उन्होंने फूड टेक्नोलॉजी में बी.टेक किया है. ऐसा नहीं है कि अल्ताफ शेख ने इसके पहले कभी यूपीएससी की एग्जाम नहीं दी.

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जी हाँ, साल 2015 के दौरान अल्ताफ शेख ने यूपीएससी की एक्साम दी थी और इसे क्लियर भी किया था. इस वक्त वे केवल 22 साल के ही थे और उनका चयन केंद्रीय गृह विभाग में डिप्टी एसपी के पर पर हुआ था. जिसके साथ ही अल्ताफ शेख ने इस पोस्ट को ज्वाइन किया.

सबसे पहले अल्ताफ को उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में तैनात किया गया था लेकिन कुछ समय के बाद फरवरी माह के दौरान उनका ट्रांसफर उस्मानाबाद हो गया. लेकिन उन्होंने कभी भी अपनी पढ़ाई को नहीं रोका और यूपीएससी की तैयारी करते रहे. इसी तैयारी की बदौलत उन्होंने एग्जाम को क्लियर किया और आईपीएस के लिए चयनित हुए. अल्ताफ शेख ने यूपीएससी में 545वीं रैंक हासिल की है.

अल्ताफ शेख को मिली सफलता से उनके परिवार के साथ ही पूरा गाँव खुश है और हर तरफ लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं. अपनी मेहनत के दम पर इस मुकाम को हासिल करने वाले अल्ताफ शेख अपनी जीत का श्रेय डिप्टी CM अजित पवार (Ajit Pawar) को देते हैं. क्योंकि उनके द्वारा ही गाँव के युवाओं के लिए बारामती में एक राष्ट्रवादी कैरियर अकैडमी का शुभारम्भ किया गया था. और अल्ताफ शेख ने इस अकैडमी से ही पढ़ाई की है.

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