कौन हैं स्नेहा दुबे ? संयुक्त राष्ट्र महासभा में जिन्होंने लगाई पाक को फटकार

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संयुक्त राष्ट्र महासभा (Saṁyukta Raṣtra Mahāsabha) को संयुक्त राष्ट्र के 6 अंगों में से एक महत्वपूर्ण अंग माना जाता है और यह एकमात्र ऐसी संस्था है जहां संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य राष्ट्रों का सम प्रतिनिधित्व भी है. खैर हम बात कर रहे हैं संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिए गए स्नेहा दुबे के एक बयान के बारे में. दरअसल इस सभा के दौरान स्नेहा दुबे (sneha dubey ifs) ने ना केवल पाकिस्तान के पीएम इमरान खान (pakistan pm imran khan) की पोल खोलने का काम किया बल्कि साथ ही उन्हें फटकार भी लगाई.

स्नेहा दुबे ने इमरान खान को फटकार लगाते हुए कहा कि यह कोई पहली बार नहीं है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) के मंच का इस्तेमाल पाकिस्तान के द्वारा भारत के खिलाफ झूठे प्रचार-प्रसार के लिए किया जा रहा है. पाकिस्तान की तरफ से जैसे ही कश्मीर को लेकर बातें रखी गईं वैसे ही स्नेहा दुबे ने उन्हें काफी फटकार लगाई.

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पाकिस्तान के पीएम को संयुक्त राष्ट्र महासभा में सबके सामने फटकार लगाने वाली स्नेहा दुबे के बारे में हर कोई जानना चाहता है. आज इस आर्टिकल में हम आपको स्नेहा दुबे कौन हैं ? (who is sneha dubey?) से लेकर स्नेहा दुबे की बायोग्राफी (sneha dubey biography), स्नेहा दुबे का करियर (sneha dubey career), स्नेहा दुबे का बयान (sneha dubey speech) आदि के बारे में बताने जा रहे हैं. चलिए जानते हैं.

कौन हैं स्नेहा दुबे ? who is sneha dubey ?

स्नेहा दुबे साल 2012 बैच की एक आईएफएस ऑफिसर (ifs officer sneha dubey) हैं और अपने पद पर रहते हुए काम कर रही हैं. स्नेहा दुबे के पिता (sneha dubey father and mother) एक मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत हैं और उनकी माता एक टीचर हैं.

स्नेहा दुबे की पढ़ाई : sneha dubey education :

आईएफएस अधिकारी स्नेहा दुबे की शुरूआती पढ़ाई गोवा से हुई है. जिसे बाद उनके कॉलेज की पढ़ाई पुणे के फर्ग्यूसन कॉलेज से पूरी हुई है. स्नेहा दुबे ने इसके बाद की पढ़ाई के लिए नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी का रुख किया. यहाँ से स्नेहा दुबे ने स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज से एमफिल की पढ़ाई पूरी की.

स्नेहा दुबे और सिविल सर्विसेज एग्जाम की तैयारी : sneha dubey and civil services :

स्नेहा दुबे ने महज 12 साल की उम्र में ही यह डिसाइड कर लिया था कि उन्हें भारतीय विदेश सेवा में शामिल होकर देश की सेवा करना है. इसके चलते ही स्नेहा दुबे ने साल 2011 में अपने पहले प्रयास में ही सिविल सेवा परीक्षा भी पास कर ली.

स्नेहा दुबे का करियर : sneha dubey career :

जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि स्नेहा दुबे ने काफी कम उम्र से ही अपना लक्ष्य निर्धारित कर लिया था. जिसकी प्रेरणा उन्हें इंटरनेशनल अफेयर्स के बारे में जानने, देश को सबके सामने रिप्रेजेंट करने और लोगों की मदद के बारे में सोचने से मिली. और देश की सेवा बनने के लिए आईएफएस का पद हर तरह से उनके लिए सही साबित होता था.

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स्नेहा दुबे अपने परिवार से ऐसी पहली व्यक्ति भी हैं जिन्होंने सरकारी सेवाओं में अपना स्थान बनाया है. जब स्नेहा दुबे का चयन विदेश सेवा यानि फॉरेन सर्विसेज के लिए किया गया था तब उनकी पहली पोस्टिंग विदेश मंत्रालय में की गई. जिसके बाद साल 2014 में स्नेहा को भारतीय दूतावास, मैड्रीड भेज दिया गया. इसके साथ ही स्नेहा दुबे संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्रथम सचिव भी बनी हैं.

स्नेहा दुबे का संयुक्त राष्ट्र महासभा में बयान (sneha dubey speech in UN) :

संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के द्वारा एक बार फिर से कश्मीर राज अलापा गया था जिसके बाद राईट तो रिप्लाई में भारत की तरफ़ से प्रथम सचिव स्नेहा दुबे (India’s First Secretary Sneha Dubey) को बोलने का मौका दिया गया. जिसके बाद स्नेहा ने अपनी बात रखते हुए यह कहा कि कई देश इस बारे में जानकारी रखते हैं कि पाकिस्तान के द्वारा आतंकियों को पनाह देने और समर्थन देने का इतिहास रहा है.

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स्नेहा ने साथ ही पाकिस्तान को ऐसा देश भी बताया जो इंटरनेशनल लेवल पर ऐसी गतिविधियों का समर्थन करता है और आर्थिक मदद देता है और हथियार उपलब्ध कराता है. जम्मू कश्मीर पर बात करते हुए स्नेहा दुबे ने कहा, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग थे, हैं और रहेंगे.

अंजना ओम कश्यप और स्नेहा दुबे (Anjana Om Kashyap and Sneha Dubey)

साल 2021 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिकी यात्रा को कवर करने के लिए पहुंची अंजना ओम कश्यप उस समय सुर्ख़ियों में आ गई जब वह संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की प्रथम सचिव स्नेहा दुबे का इंटरव्यू लेने के लिए बिना पूर्व अनुमति के उनके केबिन में चली गई. इसके बाद वहां से लाइव इंटरव्यू लेने की कोशिश की, जिसके बाद स्नेहा दुबे ने सभ्यता के साथ अंजना ओम कश्यप को कमरे से बाहर निकल जाने के लिए कह दी गईं. इसके बाद अंजना ओम कश्यप ट्विटर पर सुर्ख़ियों में आ गई थी. लोगों ने इसे अंजना ओम कश्यप की बेज्जती कहकर उन्हें खूब ट्रोल किया था. इसके अलावा लोगों ने स्नेहा दुबे की विनम्रता की भी तारीफ़ की.

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