क्या है Metaverse ? Metaverse कैसे करेगा काम ? जानें Metaverse के बारे में

Metaverse definition, meaning, app, technology, fictional world and more

0

What is Metaverse ? How will Metaverse works ? Metaverse Definition, Metaverse meaning in Hindi –  

हेलो दोस्तों ! आज के समय में हम सभी सोशल मीडिया (social media) का हिस्सा बन चुके हैं. और इस दुनिया में फेसबुक को सबसे अच्छा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (social media plateform facebook) कहना कहीं से भी गलत नहीं है. आज लगभग हर व्यक्ति फेसबुक का उपयोग तो कर ही रहा है. हर काफी समय से फेसबुक से जुड़े हुए हैं. लेकिन अब इसके नाम में परिवर्तन होता दिखाई दे रहा है. देखने को मिला है कि अब फेसबुक का नाम मेटा (facebook into meta) हो रहा है.

सुनने में मेटा भी काफी अच्छा नाम हैं और कहीं ना कहीं लोग भी इसे समझ रहे हैं. लेकिन कहीं ना कहीं लोगों के मन में यह सवाल भी जरुर आ रहा है कि आखिर यह मेटा क्या है ? (what is meta?) मेटा का मतलब क्या होता है ? (meanning of meta) आदि. तो इस बारे में आपको बता दें कि मेटा शब्द दरअसल मेटावर्स शब्द से लिया गया है.

अब मेटावर्स क्या है ? (what is Metaverse) मेटावर्स का मतलब क्या होता है ? (Meaning of Metaverse) मेटावर्स कैसे काम करता है ? (How Metaverse works?) फेसबुक का नाम मेटा क्यों हो रहा है ? या मेटावर्स के लाभ और नुकसान क्या है ? (Metaverse advantages and disadvantages) ऐसे ही कई सवाल दिन-प्रतिदिन सामने आ रहे हैं. तो चलिए हम देते हैं आपको इन सभी सवालों के जवाब इत्मिनान से.

इंडिया में कैमरा की मदद से कार एक्सीडेंट्स कंट्रोल करने की कोशिश कर रही हैं चेतना नायडू, जानिए क्या…

What is Metaverse
USA Today

क्या है मेटावर्स ? What is MetaVerse ?

सबसे प्रचलित सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग (facebook founder mark zukerberg) ने एक ऐसा विकसित प्लेटफॉर्म बनाया है जिसके द्वारा एडवांस्ड लेवल पर काम किया जाना है. इस प्लेटफ़ॉर्म की मदद से वह सारा कार्य किया जा सकेगा जोकि लोगों की कल्पना में ही अब तक रहा है या जिसकी कल्पना मात्र की ही गई हो. इस प्लेटफ़ॉर्म को मेटावर्स (Metaverse advanced plateform) बताया जा रहा है. वैसे देखा जाए तो मेटावर्स और फेसबुक के मेटा नाम का सीधा कोई कनेक्शन नहीं है. दरअसल Metaverse दरअसल एक टर्म है, जिसका मतलब होता है वर्चुअल दुनिया.

मेटावर्स एक तरह से वर्चुअल दुनिया (Virtual world) के लिए काम करेगा और अपने यूजर्स के लिए कुछ ऐसा काम करने में सक्षम होगा जिसकी मदद से यूजर खुद भी रियल और वर्चुअल चीजों में फर्क नहीं कर पाएगा. यानि इसके इस्तेमाल से आप वास्तविक और बनाई गई दुनिया में मुश्किल से फर्क को समझ पाएंगे.

इसके साथ ही मेटावर्स के बारे में यह भी कहा जा रहा है कि यह एक ऐसा एडवांस्ड प्लेटफ़ॉर्म होने वाला है जिसके माध्यम से आप ऐसी दुनिया का अपने आसपास के वातावरण का निर्माण कर पाएंगे जहां आपको ऐसा लगेगा कि आप रियल में भी लोगों के साथ खड़े हैं या मौजूद हैं. इसकी सहायता से दोस्तों के साथ मिलना या शॉपिंग करना या गेम्स खेलना काफी आसान होने वाला है.

मेटावर्स शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई ? What is Metaverse word’s meaning ?

एक साइंस फिक्शन राइटर हैं जिनका नाम है नील स्टीफनसन. उनके द्वारा अपने लिखे गए एक नावेल जिसका नाम ‘स्नो क्रैश’ है, के अंतर्गत मेटावर्स को दिखाया गया है. उन्होंने अपने इस नावेल में यह बताया था कि लोग अपने ही 3D मॉडल की मदद से लोगों से मिलते हैं और बातें करते हैं. नील से इस नावेल में लोगों के काल्पनिक और 3D जीवन के बारे में काफी विस्तार से बताया है. यहीं से मेटावर्स शब्द की भी उत्पत्ति हुई है और यह सामने आया है.

What is MetaVerse
arstechnica

Ola Electric Scooter : क्या है ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर? जानें कीमत और फीचर्स

मेटावर्स दिखने में कैसा होगा और कब तक बाजार में आएगा ? how Metaverse looks and when will Metaverse launch in market ?

मेटावर्स के बारे में यह एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब हर कोई जानना चाहता है. हालाँकि इसके बारे में अभी तक तो केवल अनुमान ही लगाया जा रहा है. क्योंकि मेटावर्स (Metaverse) कब तक मार्केट में आएगा उस बारे में अभी कोई भी जानकारी मार्क के द्वारा लोगों को नहीं दी गई है. इस कारण यही कहा जा रहा है कि इसे लांच होने में अभी और भी कुछ साल लग सकते हैं. इसके सामने आने में कुछ वक्त लगने के पीछे एक कारण यह भी है कि यह एक एडवांस्ड टेक्नोलॉजी है जिसे बनने में थोडा समय लगता है. इसके लिए हमें कुछ साल का इंतजार करना पड़ सकता है.

इसके अलावा यह दिखने में कैसे होगा ? यह भी एक बड़ा सवाल बना हुआ है. मेटावर्स के बारे में यही कहा जा रहा है कि इसके माध्यम से आप एक 3D दुनिया बना सकते हैं और इस दुनिया में अपने करैक्टर को उतार कर एक काल्पनिक जीवन भी जी सकते हैं. यह एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म होगा जहां से हम दूसरे लोगों से वर्चुअल रूप से कनेक्ट रहेंगे.

मेटावर्स कैसे काम करेगा ? how Metaverse works ?

जैसा कि हम जान ही चुके हैं कि यह एक एडवांस्ड प्लेटफ़ॉर्म होगा जोकि लोगों को काल्पनिक जीवन जीना सिखाएगा. इसके अलावा आपको बता दें कि यह एक तरह का सॉफ्टवेयर प्रोग्राम (software programme) होगा जोकि किसी भी अवतार को हमारे अनुसार ही बनाने में सक्षम होगा. यही नहीं इसके माध्यम से ही हम वर्चुअल रूप से लोगों से जुड़ पाएंगे और बात कर पाएंगे.

यह एक ऐसा एप्लीकेशन होने वाला है जोकि आजकल के एप्स से बिलकुल अलग होने वाला है. क्योंकि आज के एप्स हमें आज में मौजूद होने वालों कामों को आसान बनाते हैं या आज की जरूरतों पर काम करते हैं जबकि मेटावर्स इन सब से काफी अलग होने वाला है इस कारण इसमें मौजूद सॉफ्टवेयर्स का लेवल भी काफी अधिक होगा.

What is MetaVerse
subspace

अब हम मेटावर्स को उदहारण से समझते है. दरअसल मेटावर्स की दुनिया में प्रवेश करने के लिए आपको एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की जरुरत पड़ती है. इस डिवाइस को पहनते ही आप एक वर्चुअल दुनिया में पहुँच जाएँगे. इस वर्चुअल दुनिया में आपका एक किरदार होगा, जो आपके कण्ट्रोल में होगा. इसे आप अपने हिसाब से बना पाएँगे. इस दुनिया में आपकी तरह अन्य लोग भी होंगे. यहाँ आप लोगों से मिल सकते है, उन्हें हग कर सकते है. इस वर्चुअल दुनिया में असली दुनिया की तरह सब कुछ होगा. वर्चुअल दुनिया में बाजार, मॉल सहित सभी जरुरत की चीजें होंगी. आप भले ही अपने घर में बैठे हो, लेकिन वर्चुअल दुनिया में जाने के बाद आपको ऐसा लगेगा जैसे आप वहीँ हो. आप वर्चुअल दुनिया में जाकर कोई चीज खरीद भी सकते है. जैसे आप वर्चुअल दुनिया में किसी बाजार में गए. वहां आप कपड़े देख सकते है, पसंद आने पर उन्हें खरीद भी सकते है. हालांकि इसके लिए आपको पैसे असली देने होंगे. आपके द्वारा ख़रीदे गए कपड़े असली दुनिया में आपके घर पर डिलीवर कर दिए जाएँगे. इसी तरह आप अपने से दूर बैठे व्यक्ति से वर्चुअल दुनिया के जरिए मिल सकते है. इससे आपको ऐसा लगेगा जैसे वह व्यक्ति आपके सामने ही बैठा हो.

आपको जानकर हैरानी होगी कि लोगों ने अभी से मेटावर्स में जमीन खरीदना शुरू कर दिया है. यह जमीन असली नहीं है, इसके बावजूद लोग यहाँ करोड़ों रूपए देकर जमीन खरीद रहे है. इसका कारण यह है लोग यह मान रहे है कि आने वाले समय में सभी लोग वर्चुअली एक दूसरे के साथ समय बिताएंगे. ऐसे में लोग इस जमीन पर वर्चुअल दुकान बना सकते है, जहाँ आकर लोग शोपिंग कर सकते है. इसके अलावा इस जमीन का इस्तेमाल लाइव इवेंट्स के लिए भी किया जा सकता है. जैसे कोई सिंगर या कॉमेडियन चाहे तो वर्चुअल दुनिया में लाइव इवेंट कर सकता है, जहाँ लोग टिकट लेकर उसे सुनने के लिए आएंगे.

आखिर सक्सेसफुल लोग एक जैसे कपड़े क्यो पहनते हैं ?

मेटावर्स के लाभ और हानि क्या हैं ? Metaverse – advantages and disadvantages ?

मेटावर्स से होने वाले लाभों के बारे में बात करें तो यहाँ हम कई बातें ऐसी हैं जिन्हें इस लिस्ट में जोड़ सकते हैं. जैसे :

1. हम बहुत अधिक लोगों से वर्चुअली कनेक्ट रहेंगे.

2. मेटावर्स के माध्यम से ही हमें बिज़नस के साथ ही लोगों के साथ अच्छे संबंध बनाने में भी सुविधा रहेगी.

3. हम मेटावर्स पर अपने हिसाब से अपना अवतार बना पाएंगे.

4. यह हम 3D गेम को भी एन्जॉय कर सकेंगे और इसके माध्यम से ही हमारे कई और दोस्त भी बनेंगे.

5. मेटावर्स के द्वारा ही हम एक एडवांस्ड टेक्नोलॉजी से भी मिल पाएंगे और इसके बारे में अधिक से अधिक समझ पाएंगे.

6. हम मेटावर्स पर कई काम ऐसे कर सकते हैं जिनके बारे में हम रियल लाइफ में केवल सोच ही सकते हैं.

मेटावर्स के का लाभ हैं लेकिन ऐसा नहीं है कि इसके उपयोग से हानि नहीं है. ये कुछ इस प्रकार हैं :

1. मेटावर्स के आने से लोग रियल की बजाय वर्चुअल जीवन जीना सीखने लगेंगे जोकि रियल रिश्तों से लोगों को दूर ले जाएगा.

2. व्यक्ति को जो चीजें रियल लाइफ में नहीं मिल पा रही हैं वह उन्हें मेटावर्स में खोजेगा.

3. इसके इस्तेमाल के लिए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग करना ही होगा जोकि कहीं ना कहीं हमारी सेहत पर भी गलत असर कर सकता है.

4. मेटावर्स में लोग अपने अवतार के जरिए एंटर करते हैं. एक दूसरे के साथ हैंडशेक करना, हग करना और ग्रीट करना आम बात है. ऐसे में मेटावर्स में छेड़छाड़ आने वाले समय में बढ़ सकता है, क्योंकि अभी तक वहां इससे बचने के लिए कोई ठोस उपाय नहीं हैं.

5. इन सब के अलावा मेटावर्स के आने के बाद इसके परिणामों के बारे में हमें और भी जानकारी मिल पाएगी.

फेसबुक का नाम मेटा बदला जा रहा है ?

खुद फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग इस बारे में बता चुके हैं कि फेसबुक का नाम मेटा किया जा रहा है. इसके लिए फेसबुक की टीम भी दिन-रात काम कर रही है. फेसबुक के लिए जिस मेटा वर्ड का इस्तेमाल क्या जाना है उसे मेटावर्स शब्द से लिया गया है. हालाँकि इस बारे में अभी कोई ऑफिशियल जानकारी सामने नहीं आई है कि कब से मेटा और मेटावर्स का उपयोग शुरू किया जाने वाला है.

Leave A Reply

Your email address will not be published.