What is Nipah Virus : क्या है निपाह वायरस ? कैसे फैलता है इंसानों में?

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What is Nipah Virus in Hindi –

कोरोना की मार झेल रही दुनिया के सामने परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. एक तरफ दुनिया कोरोना (Corona/Covid-19) से ही नहीं उभर पाई है कि अब भारत देश में निपाह वायरस तेजी से अपने पैर पसार रहा है. केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस (Nipah Virus) के कारण एक 12 साल के बच्चे की मौत हो गई और इसके कारण ही हर तरफ हडकम्प भी मच गया.

आज हम आपको निपाह क्या है ? से लेकर निपाह वायरस कैसे फैलता है ? और इसके लक्षण क्या है ? इस बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं. तो चलिए जानते हैं निपाह वायरस के बारे में सभी बातें विस्तार से.

What is Nipah Virus ? How does Nipah virus spread ? what are the symptoms of nipah virus ? etc.

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निपाह वायरस क्या है ? और कैसे फैलता है ? (What is Nipah Virus ? How does Nipah virus spread ?)

इस बारे में वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन यानि विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) का कहना है कि निपाह वायरस का असर जानवरों के साथ ही अब इंसानों में भी देखने को मिल रहा है. यह वायरस काफी तेजी से फैलता है और इंसानों और जानवरों में गम्भीर बीमारी पैदा कर रहा है.

इसके बारे में सबसे पहले साल 1998 में कम्पंग सुंगाई निपाह (मलेशिया) से जानकारी सामने आई थी. और तब से ही इस वायरस को निपाह वायरस (Nipah Virus) के नाम से जाना गया है. हालाँकि उस वक्त की बात करें तो यह वायरस सूअरों पर असर करता था. लेकिन धीरे-धीरे इसने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं.

साल 2004 के दौरान यह भी देखने को मिला था कि यह वायरस बांग्लादेश में कुछ लोगों को अपनी चपेट में ले चुका था. हालाँकि इस समय इस वायरस को ले जाने वाले कोई मध्यम मौजूद नहीं थे. जिन लोगों में यह संक्रमण फैला था उन्हें लेकर यह कहा गया था कि उन्होंने खजूर के पेड़ से मिलने वाले पेय पदार्थ को पीया था.

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इस पेय को यहाँ से ले जाने वाले जीवों में चमगादड़ का नाम सबसे ऊपर था. इन्हें फ्रूट बैट के नाम से भी जाना जाता है.

निपाह वायरस का इलाज ? (what is the treatment for nipah virus?)

जानवरों की बात करें या फिर इंसानों की, अब तक इस वायरस के इलाज के लिए कोई भी इंजेक्शन नहीं बन पाया है. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Center for Disease Control and Prevention) का यह कहना है कि यह इन्फेक्शन एंसेफ्लाइटिस से संबंधित है और इस कारण दिमाग को काफी नुकसान भी पहुँचता है.

जब भी कोई इस वायरस निपाह (Nipah Virus) के सम्पर्क में आता है तो यह महज 3 से 14 दिनों के भीतर ही अपना असर दिखाना शुरू कर देता है. इसकी चपेट में आने से तेज बुखार के साथ ही सिरदर्द भी होता है.

चिकित्सकों का कहना है कि यह निपाह वायरस (Nipah Virus) एक व्यक्ति के शरीर से दूसरे शरीर में भी पहुँच सकता है. इस बात की पुष्टि भी हो चुकी है. इसके सम्पर्क में आने से साँस से सम्बंधित कई गंभीर बीमारियाँ भी हो सकती है.

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निपाह वायरस/बीमारी के लक्षण क्या है ? (What are the symptoms of Nipah virus/disease?)

जब कोई व्यक्ति इस बीमारी या वायरस की चपेट में आता है तो शुरूआत में उसे साँस लेने में तकलीफ होती है जबकि कुछ संक्रमित लोगों में न्यूरोलॉजिकल प्रोब्लम्स होती हैं. यह वायरस इतना खतरनाक है कि इसकी चपेट में आने पर 2-3 दिनों में व्यक्ति कोमा में भी जा सकता है.

साल 1998 के दौरान जब इस बीमारी ने अपने पैर पसारना शुरू किए थे उस वक्त इसकी चपेट में करीब 265 व्यक्ति आए थे. इनमें से जो लोग हॉस्पिटल में एडमिट हुए थे उनमें से आधे के करीब ऐसे लोग भी थे जो गम्भीर परिणाम के चलते बच नहीं पाए.

इस निपाह वायरस के बारे में यह तथ्य सामने आया है कि यह इंसानों में फैलने की मुख्य वजह सूअर, चमगादड़ या फिर दूसरे संक्रमित व्यक्ति हैं.

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